नई दिल्ली: सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक नया अपडेट सामने आया है। दरअसल आयोग ने आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए नया नियम बनाया है, जिसमें सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के आवेदन प्रक्रिया में बदलाव किया है। इसके तहत अब उम्मीदवारों को आवेदन करते समय ही आयु व आरक्षण संबंधी दावों के समर्थन में दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा।
बता दें कि पहले उम्र और आरक्षण के दावों के दस्तावेज प्रारंभिक परीक्षा पास करने के बाद कराया जाता था। यह निर्णय पूर्व प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर के मामले के बाद लिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने ओबीसी व विकलांगता कोटा का गलत लाभ उठाकर सिविल सेवा में चयन पाया।
जानकारी के अनुसार संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) हर साल तीन चरणों में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। यह प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार है। यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस), भारतीय विदेश सेवा (आइएफएस), व भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के अधिकारियों का चयन करने के लिए होती है।
22 जनवरी को जारी सिविल सेवा परीक्षा नियम-2025 के तहत आवेदन करते समय उम्मीदवारों को जन्म तिथि का प्रमाण, श्रेणी (जैसे एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, पीडब्ल्यूबीडी, या भूतपूर्व सैनिक) शैक्षिक योग्यता, सेवा वरीयता से संबंधित दस्तावेज जमा करने होंगे। जो उम्मीदवार इन दस्तावेजों को समय पर जमा नहीं करेगा, उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी।
वहीं यूपीएससी ने घोषणा की है कि सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025, 25 मई को आयोजित होगी। इस बार कुल 979 रिक्तियां भरी जाएंगी। इनके लिए आनलाइन आवेदन 11 फरवरी, 2025 को शाम छह बजे तक किए जा सकेंगे।